शनिवार, 9 मई 2009

जीं ले जिंदगी

है जो आज तो जीं ले जिंदगी ,कल को किसने देखा है
पीं ले हर ग़म को ,खुशियों को हँस के बीता
हर पल मे मज़ा है ,इस जिंदगी से ना हो ख़फा
रास्ते मे दोस्त भी मिलते है ,दुश्मन भी मिलते है
मिला ले हर दिल से दिल ,दुश्मन भी संग चलते है
पैरो के तले ये ज़मी है ,उपर है आसमान
साथ बहती है तेरे ये नदी और ये बादल भी करते है तुझे सलाम
है जो आज तो जीं ले जिंदगी ,कल को किसने देखा है....

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