तेरी आहटे सुन लगता है की ये साँस बाकी है, तेरे मिलने की आँस बाकी है
बिन तेरे सारा जग लगता है सूना, मेरे तन्हाई की साथी तो बस साकी है
मेरे पास तू नहीं मगर , ये जानता हूँ तू मुझमे अब भी बाकी है ।
बिन तेरे सारा जग लगता है सूना, मेरे तन्हाई की साथी तो बस साकी है
मेरे पास तू नहीं मगर , ये जानता हूँ तू मुझमे अब भी बाकी है ।